भा.प्रौ.सं मुंबई ने उपयोगकर्ता के अनुकूल मौसम पूर्वानुमान ऐप विकसित करने के लिए आईएमडी के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए
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भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मुंबई ने गांव, शहर और जिला स्तर पर हितधारकों के लिए जलवायु समाधान विकसित करने के लिए भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय (एमओईएस) के भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के साथ करार किया है। सहयोग से संस्थान को सेंसर और ड्रोन-आधारित स्मार्ट मॉनिटरिंग सिस्टम, पानी और खाद्य सुरक्षा के लिए जलवायु-स्मार्ट कृषि प्रौद्योगिकी, बुद्धिमान और स्वचालित प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली, जलवायु और स्वास्थ्य, स्मार्ट पावर ग्रिड प्रबंधन, पवन ऊर्जा और उन्मत रंग पूर्वानुमान विकसित करने में सहायता मिलेगी। इस साझेदारी से कृषि, खेती और सिंचाई, स्वास्थ्य आदि जैसे विभिन्न क्षेत्रों के लिए एआई और एमएल, आदि जैसी तकनीकों का उपयोग करके जलवायु पूर्वानुमान और सूचना-आधारित स्मार्ट एप्लिकेशन प्राप्त करने की भी उम्मीद है; मौसम संबंधी उड्डयन, अवलोकन और उपकरण अनुप्रयोग; और जलवायु परिवर्तन नीति की जानकारी और मानव संसाधन विकास देश के 2070 तक शून्य तक पहुंचने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को देखते हुए, भा.प्रौ.सं मुंबई का लक्ष्य जलवायु अध्ययन में अंतःर्विषयक कार्यक्रम (आईडीपीसीएस) के अंतर्गत जलवायु सेवाओं और समाधानों में उत्कृष्टता केंद्र (सीओई) स्थापित करना है। यह सहयोग 2 अप्रैल, 2022 को भा.प्रौ.सं मुंबई में आईडीपीसीएस की 10- वर्षगांठ समारोह का हिस्सा था। आईडीपीसीएस की स्थापना 2012 में हुई थी और इसने विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी विभाग से वित्तीय सहायता के साथ अपनी 10 वर्षों की यात्रा पूर्ण की है। भा.प्रौ.सं मुंबई ने जलवायु अध्ययन में पहली बार पीठासीन प्राध्यापक वृत्ति भी स्थापित की है। "विनया और समीर कपूर जलवायु अध्ययन पीठासीन" की स्थापना भा.प्रौ.सं मुंबई की भूतपूर्व छात्रों सुश्री विनया कपूर (बी.टेक., रसायन अभियांत्रिकी, 1992) और श्री समीर कपूर (बी.टेक.) विद्युत अभियांत्रिकी, 1992),द्वारा उदार दान से की गई है। , और उसी के लिए 31 मार्च, 2022 को एक (एमओयु) समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए ।