भा.प्रौ.सं मुंबई में संस्थान संगोष्ठी एक प्रतिष्ठित व्याख्यान श्रृंखला है जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के अग्रणी, वैश्विक नेताओं, प्रसिद्ध विद्वानों और विशेषज्ञों द्वारा भा.प्रौ.सं मुंबई के सभी समुदाय के साथ अपने ज्ञान और अंतर्दृष्टि को साझा करने के लिए एक मंच प्रदान करती है। इस संगोष्ठी का उद्देश्य बौद्धिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना, नए विचारों को प्रोत्साहित करना और विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं कर्मचारियों को अपने-अपने संबंधित क्षेत्रों में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए प्रेरित करना है। इस संस्थान संगोष्ठी में पूर्व में कई प्रतिष्ठित वक्ताओं के संगोष्ठी का आयोजन किया गया है जैसे- प्राध्यापक सर्ज हारोचे (भौतिकी में नोबेल पुरस्कार विजेता), अशोक सेन, (प्रतिष्ठित प्राध्यापक हरीश-चंद्र अनुसंधान संस्थान), ओलिवर हार्ट (अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार विजेता), जोआचिम फ्रैंक (रसायन विज्ञान में नोबेल पुरस्कार विजेता), अरविंद पनगढ़िया (पूर्व उपाध्यक्ष, नीति आयोग), विरल आचार्य (आरबीआई के पूर्व डिप्टी गवर्नर), श्री टीवी मोहनदास पई (इन्फोसिस के पूर्व सीएफओ), डॉ. एन. कलैसेल्वी (महानिदेशक, वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद) और भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश माननीय श्री. न्यायमूर्ति उदय उमेश ललित इत्यादि शामिल हैं।
संस्थान संगोष्ठी का व्यापक उद्देश्य:
बौद्धिक संवाद को बढ़ावा देना: यह संगोष्ठी अत्याधुनिक वैज्ञानिक खोजों से लेकर प्रौद्योगिकी, सामाजिक विज्ञान और मानविकी में अभूतपूर्व नवाचारों तक के विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला पर उच्च स्तरीय बौद्धिक संवाद में शामिल होने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करती है।
ज्ञान क्षमता का विस्तार करना: विभिन्न विषयों के विशेषज्ञों की मेजबानी करते हुए, यह संगोष्ठी भा.प्रौ.सं मुंबई समुदाय को अपने ज्ञान क्षमता का विस्तार करने और विविध दृष्टिकोणों से परिचित होने का अवसर प्रदान कराती है।
समृद्ध शैक्षणिक अनुभव: यह संगोष्ठी छात्रों को ज्ञान क्षमताओं से अवगत कराते हुए उन्हें शैक्षणिक उपलब्धि के उच्च स्तर पर आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करती है और साथ ही उनके शैक्षणिक अनुभव को भी बढ़ाती है।
वैश्विक नेताओं से जुडने का अवसर : यह संगोष्ठी भा.प्रौ.सं मुंबई को वैश्विक नेताओं से जोड़ती है, जिससे ज्ञान और विचारों के आदान-प्रदान की सुविधा मिलती है।
भा.प्रौ.सं मुंबई में संस्थान संगोष्ठी संस्थान के बौद्धिक परिदृश्य को आकार देने, एक जीवंत शैक्षणिक समुदाय को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है जो लगातार सीखने, विस्तार करने और ज्ञान की सीमाओं को और व्यापक बनाने में संलग्न है।
विषय पर पकड़ और व्याख्याता की प्रोफ़ाइल के आधार पर, यह आयोजन एक संस्थान संगोष्ठी या एक संस्थान व्याख्यान हो सकता है। संस्थान के सदस्यों से अनुरोध है कि वे संगोष्ठी के लिए वक्ताओं का प्रस्ताव रखें। संस्थान संगोष्ठी का प्रस्ताव करने के लिए कृपया निम्नलिखित फॉर्म भरें।
वक्ता प्रस्ताव